MP news: शिक्षा मंत्री ने निजी स्कूलों को भेजे RTE के 394 करोड़ रूपए, जिलों का रिपोर्ट कार्ड जारी
सिंगल क्लिक पर आरटीई की राशि जारी करने वाला देश का पहला प्रदेश मध्य प्रदेश बना है। स्कूल शिक्षा मंत्री ने शैक्षिक ओलंपियाड की जिला स्तरीय प्रतियोगिता का परिणाम भी घोषित किया है। स्कूल शिक्षा मंत्री ने सिंगल क्लिक के जरिए स्कूलों को आरटीई फीस की प्रतिपूर्ति की है।
प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने सिंगल क्लिक से शिक्षा का अधिकार (आरटीई) के तहत 394 करोड़ रुपये निजी स्कूलों के खातों में अंतरित किए। इस दौरान उन्होंने राज्य शिक्षा केंद्र के अंतर्गत प्रारंभिक शिक्षा में समस्त 52 जिलों का सत्र 2022-23 का रिपोर्ट कार्ड और उनकी रैंकिंग जारी कर शैक्षिक ओलिंपियाड की जिलास्तरीय प्रतियोगिता का परिणाम घोषित किया। पूरे शैक्षणिक सत्र 2022-23 में संपादित गतिविधियों और उपलब्धियों के आधार पर टाप 10 में आए जिलों को बधाई दी और इस रैंकिंग में पिछड़े जिलों को बेहतर कार्ययोजना के साथ कार्य करने को कहा।
18440 स्कूलों को भेजी राशि
बता दें कि स्कूल शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के 18 हजार 440 अशासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत करीब आठ लाख 50 हजार विद्यार्थियों की 394 करोड 41 लाख रुपये की प्रतिपूर्ति राशि अंतरित की है। इसी के साथ मप्र सिंगल क्लिक के माध्यम से आरटीई फीस की प्रतिपूर्ति राशि जारी करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। इस कार्यक्रम में संचालक राज्य शिक्षा केंद्र धनराजू एस. ने जिलों के प्रदर्शन का प्रस्तुतीकरण किया। इस अवसर पर विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा में ये रहे टॉप 10 जिले
राज्य शिक्षा केंद्र अंतर्गत कक्षा एक से आठ तक की शिक्षा में शैक्षणिक सत्र 2022-23 में जारी रैंकिंग में छिंदवाड़ा जिला प्रथम स्थान पर रहा। बालाघाट, सिवनी, छतरपुर, शाजापुर, दमोह, नरसिंहपुर, नीमच, डिंडौरी एवं सीहोर जिले क्रमशः प्रदेश में टाप 10 में सबसे ऊपर रहे। वहीं रतलाम, उज्जैन, विदिशा, सागर, मुरैना, सीधी, बुरहानपुर, रीवा, सिंगरौली एवं राजगढ़ जिले सबसे नीचे के 10 जिलों में रहे।