MP: भोजशाला में बसंत पंचमी पर श्रद्धालुओं का रेला, वाग्देवी का दर्शन करने उमड़े श्रद्धालु

बसंत पंचमी के अवसर पर बड़ी संख्या में आए श्रद्धालुओं ने मध्य प्रदेश के धार स्थित भोजशाला में पूजा-अर्चना की, इस दौरान भोजशाला परिसर में भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई. भोजशाला एक मध्यकालीन स्मारक है, जिस पर हिंदू और मुस्लिम दोनों ही अपना दावा करते हैं।
वसंत पंचमी पर धार की भोजशाला में सोमवार सुबह से ही वाग्देवी की पूजा-अर्चना का दौर चल रहा है। चार दिवसीय वसंत पंचमी समारोह के तहत यज्ञ किया जा रहा है। मंत्रोच्चार के बीच वेदी में आहुतियां दी जा रही हैं। भोजशाला सहित पूरे परिसर को भगवा पताकाओं से सजाया गया है।
भोजशाला सहित 200 मीटर का एरिया पुलिस छावनी में तब्दील है। 70 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। 9 राजपत्रित अधिकारी, 19 थाना प्रभारी सहित 700 से अधिक जवान सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे हैं। शहर के 34 चिह्नित स्थानों फिक्स पॉइंट बनाए गए हैं।
यह एक मध्यकालीन स्मारक है, जिस पर हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्ष अपना दावा करते हैं. 11वीं सदी की इस स्मारक को एएसआई द्वारा संरक्षित किया गया है। इस स्मारक को हिंदू पक्ष कहते हैं कि देवी वाग्देवी सरस्वती का मंदिर है, वहीं, मुस्लिम समुदाय इसे कमाल मौला मस्जिद कहते हैं। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के निर्देश पर बीते वर्ष भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ASI ने विवादित परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण किया था।