खंडवा में फिर बजेगा चुनावी बिगुल, जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर होगा चुनाव
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खंडवा भाजपा समर्थित जिला पंचायत अध्यक्ष कंचन तनवे के विधायक बनने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष पद शून्य माना जा रहा है। अब यहां चुनाव होगा जिसको लेकर निर्वाचन आयोग ने चुनाव का शेड्यूल जारी कर दिया है। जिसके चलते खंडवा में एक बड़ा फेरबदल देखने को मिलेगा, दरअसल जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और खास बात ये है कि अब आरक्षित वर्ग से सिर्फ एक कांग्रेस समर्थित ही सदस्य हैं। ऐसे में उनका अध्यक्ष बनना तय है। हालांकि भाजपा का दावा है कि ये पद हमारे पास ही रहेगा।
खंडवा में जिला पंचायत में 16 वार्डों से सदस्य चुनकर आए हैं और इनमें से 2 नंबर वार्ड से निर्दलीय जीतकर आईं कंचन तनवे भाजपा के समर्थन से जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई। इसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष कंचन तनवे को विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा ने उन्हें खंडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाया और अब वो विधायक बन गईं हैं। अफसरों के मुताबिक नियमों में है कि जैसे ही उन्होंने विधायक पद की शपथ ली, वैसे ही उनका जिला पंचायत का निर्वाचन शून्य हो गया। वे जिस 2 नंबर वार्ड से सदस्य चुनीं गईं थीं, वहां आगामी समय में चुनाव होंगे। लेकिन, फिलहाल राज्य निर्वाचन आयोग ने 30 दिसंबर को जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने का शेड्यूल जारी कर दिया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। कुल 16 वार्डों में से वार्ड 2 और वार्ड 7 ही अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है। इनमें वार्ड 2 से कंचन तनवे का निर्वाचन शून्य घोषित होने के साथ ही अब वार्ड 7 से कांग्रेस के नानकराम बड़वाहे ही इस वर्ग से एकमात्र सदस्य हैं। ऐसे में 30 दिसंबर को होने वाले चुनाव में उनका अध्यक्ष बनना लगभग तय है। हालांकि खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा कि ये पद हमारे पास ही रहेगा। इसके लिए हमने रणनीति बनाई है।