MP News: स्वतंत्रता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी ने फहराया तिंरगा, मणिपुर की घटना पर जताया खेद
आज पूरे देश में 77वां स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी क्रम में पीएम नरेन्द्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 10 वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराया. और इसके बाद देशवासियों के नाम अपना संबोधन दिया, जहां पीएम ने भारत की समस्त जनता को अपने ‘प्रिय 140 करोड़ परिवारजन’ कहकर संबोधित किया और आज़ादी के लिए प्राण न्योछावर कर देने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10वीं बार लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित किया, इस दौरान उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर बात की, प्रधानमंत्री ने मणिपुर का भी जिक्र किया। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किया है। जिन्होंने इसे सहा, उनके प्रति मैं गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। राज्य और केंद्र सरकार उन सभी संकटों से जल्द मुक्त होकर तेज गति से आगे बढ़ रही है।
वहीं इस दौरान पीएम मोदी ने विश्वकर्मा योजना शुरू करने की घोषणा भी की और कहा कि पांच साल के कार्यकाल में 13.5 करोड़ गरीब भाई-बहन गरीबी जंजीर तोड़कर उससे बाहर आए हैं। जब 13.5 करोड़ गरीबी की मुसीबतों से कैसे बाहर निकले हैं- आवास योजना, रेहड़ी-पटरी वालों के साथ ही सुनार, सुतार, राजमिस्त्री, बाल काटने वाले, औजारों-हाथों से काम करने वाले वर्ग को हम नई ताकत देने जा रहे हैं। हम इस बार विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना शुरू करेंगे। 13-15 हज पीएम मोदी ने कहा, हम 2014 में वश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे। आज हम पांचवें नंबर पर पहुंच चुके हैं। ये ऐसे ही नहीं हुआ है। भ्रष्टाचार ने देश को दबाए रखा था। मैं 10 सालों का हिसाब देशवासियों को दे रहा हूं। पहले गरीबों का घर बनाने के लिए 90 हजार करोड़ खर्च होता था। आज चार लाख करोड़ खर्च हो रहे है। पिछले साढ़े पांच साल के कार्यकाल में 13.50 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों को भी श्रद्धांजलि दी, लालकिले की प्राचीर से दिए भाषण में देशवासियों को एकजुट होकर देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री आत्मविश्वास से सराबोर दिखाई दिए और कहा कि 2047 तक देश को विकसित बनाना है।