Gwaliore news: गोपाल मंदिर में हुआ भगवान का दिव्य श्रृंगार, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किए दर्शन
ग्वालियर में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। जन्माष्टमी पर ग्वालियर के गोपाल मंदिर में भगवान राधा-कृष्ण 100 करोड़ के गहनों से सिंगार करते हैं। सिंधिया रियासत के समय के इन सोने के गहनों में हीरा, नीलम, पन्ना, माणिक और पुखराज जैसे बेशकीमती रत्न जड़े हैं। मंदिर में भगवान के दर्शन और पूजन के लिए पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकानाएं दी हैं.
गोपाल मंदिर की स्थापना 1921 में ग्वालियर रियासत के तत्कालीन शासक माधवराव सिंधिया प्रथम ने की थी। उन्होंने भगवान की पूजा के लिए चांदी के बर्तन और पहनाने के लिए रत्न जड़ित सोने के आभूषण बनवाए थे। इनमें राधा-कृष्ण के 55 पन्ना जड़ित सात लड़ी का हार, सोने की बांसुरी जिस पर हीरे और मालिक लगे हैं, सोने की नथ, जंजीर और चांदी के पूजा के बर्तन हैं। हर साल जन्माष्टमी पर इन जेवरातों से राधा-कृष्ण का शृंगार किया जाता है। मंदिर में भगवान के दर्शन और पूजन के लिए पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकानाएं दी हैं।
कुलमिलाकर, देखा जाए तो ग्वालियर में कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जा रही है। जन्माष्टमी पर ग्वालियर के गोपाल मंदिर में भगवान राधा-कृष्ण 100 करोड़ के गहनों से सिंगार करते हैं। सिंधिया रियासत के समय के इन सोने के गहनों में हीरा, नीलम, पन्ना, माणिक और पुखराज जैसे बेशकीमती रत्न जड़े हैं। मंदिर में भगवान के दर्शन और पूजन के लिए पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेशवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकानाएं दी हैं.