MP News: खंडवा-बुरहानपुर लोकसभा में चुनावी हलचल, BJP के ज्ञानेश्वर पाटिल हैं सांसद
साल 2024 के लोकसभा चुनाव में एमपी की 29 सीटों पर जनता अपने सांसद का चुनाव करेगी. वहीं निमाड़ अंचल की खंडवा-बुरहानपुर लोकसभा सीट पर चुनाव तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस लोकसभा सीट से वर्तमान में बीजेपी के ज्ञानेश्वर पाटिल सांसद हैं, तो वहीं इस लोकसभा सीट पर अबकी मुकाबला रोमांचक होने की संभावना जताई जा रही है, चलिए अब हम आपको बताते हैं, खंडवा-बुरहानपुर लोकसभा सीट का हाल.
खंडवा लोकसभा सीट पर सबसे पहले 1962 में चुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस के महेश दत्ता ने जीत हासिल की थी. इसके बाद 1967 और 1971 में भी कांग्रेस ने सीट संभाल कर रखी. लेकिन साल 1977 में खंडवा की जनता ने भारतीय लोकदल को यहां से जीता दिया. हालांकि 1980 में यहां फिर कांग्रेस का पंजा उठा और शिवकुमार नवल सिंह सांसद चुने गए. 1984 में फिर कांग्रेस से कालीचरण रामरतन जीते लेकिन पहली बार 1989 में यहां से बीजेपी ने जीत हासिल की. हालांकि बीजेपी ज्यादा दिन यहां पैर नहीं जमा पाई, और साल 1991 में कांग्रेस फिर कांग्रेस आ गई.
बीजेपी के लिए इस सीट पर सबसे लकी अगर कोई साल रहा तो वो था 1996 का, इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी ने नंदकुमार सिंह चौहान को मैदान में उतारा, और नंदू भैया ने यहां कमल खिला दिया. इसके बाद वे अगले 3 चुनाव भी जीतने में कामयाब रहे लेकिन 2009 के चुनाव में उन्हें कांग्रेस के अरूण यादव ने हरा दिया. साल 2014 की मोदी लहर में नंदू भैया फिर खंडवा से सांसद बनते हैं, और साल 2019 तक वो इस सीट को अपने कब्जे में रखते है. वहीं उनके निधन के बाद बीजेपी के ज्ञानेश्वर पाटिल ने यहां से जीत हासिल की और वर्तमान में वे यहां से सांसद हैं.
2011 की जनगणना के मुताबिक खंडवा की जनसंख्या 2728882 है. यहां की 76.26 फीसदी आबादी ग्रामीण क्षेत्र और 23.74 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्र में रहती है. इस संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 19 लाख 68 हजार है. इसमें से ओबीसी 5 लाख 16 हजार हैं, जबकि जातीय समीकरण के गणित से देखें तो एसी-एसटी वर्ग के वोटर सबसे ज्यादा 7 लाख 68 हजार हैं. खंडवा लोकसभा क्षेत्र में आठ विधानसभा सीटें आती हैं. जिनमें से 3 विधानसभा क्षेत्रों में आदिवासी वोटर निर्णायक भूमिका में है.