Loksabha Election: झाबुआ-रतलाम सीट पर चुनावी हलचल, कौन पड़ेगा किस पर भारी, जानिए
झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट को मालवा-निमाड़ अंचल की प्रमुख लोकसभा सीट माना जाता है, जहां इस सीट पर चुनावी तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. इस लोकसभा सीट से वर्तमान में बीजेपी के गुमान सिंह डामोर सांसद हैं, तो वहीं आदिवासी बाहुल्य लोकसभा सीट पर अबकी मुकाबला रोमांचक होने की संभावना जताई जा रही है.
रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। अब तक भाजपा यहां से केवल दो बार जीती है। 2014 के मोदी लहर में भाजपा के स्वर्गीय दिलीप सिंह भूरिया ने यह सीट जीती थी, लेकिन उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने यह सीट फिर जीत ली थी। कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया ने यहां से दिलीप सिंह की बेटी निर्मला भूरिया को पराजित किया था। साल 2019 में भाजपा के लिए चुनौती भरी इस सीट पर बीजेपी ने गुमान सिंह डामोर को कांतिलाल भूरिया के सामने उतारा, और उन्होंने जीत हासिल की।
झाबुआ-रतलाम संसदीय सीट 3 जिलों झाबुआ, अलीराजपुर और रतलाम को मिलाकर बनायी गयी है. इस संसदीय क्षेत्र में 18 लाख 3 हजार 123 वोटर हैं, जिनमें 8 लाख 96 हजार 571 महिला और 9 लाख 6 हजार 122 पुरुष वोटर शामिल हैं. रतलाम शहर विधानसभा सीट छोड़कर बाकी सभी विधानसभा सीट आरक्षित हैं. इस लोकसभा सीट पर आदिवासी वोटर ही निर्णायक भूमिका में रहते हैं.