MP में बागी बिगड़ेंगे सियासी खेल, BJP-कांग्रेस प्रत्याशियों की बड़ी चिंता

विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक पार्टियों ने अपने पत्ते साफ कर दिए हैं, लेकिन टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं ने पार्टी से बगावत कर चुनावी शंखनाद कर दिया है, ऐसे में अब यह बागी प्रदेश भर में भाजपा और कांग्रेस का सियासी समीकरण बिगाड़ सकते हैं।
विधानसभा चुनाव में अपनी नैया पार लगाने के लिए दोनों ही राजनीतिक पार्टियों की ओर से पूरा जोर लगाया जा रहा है, जहां एक और भाजपा जीत का पंच लगाने के मूड से चुनावी शंखनाद कर चुकी है,तो वहीं दूसरी और कांग्रेस भी पूरे दम-खम के साथ चुनावी मैदान संभाले हुई है, ऐसे में अब टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं ने दोनों ही राजनीतिक पार्टियों से बगावत मोल लेकर प्रदेश की सियासत में नए समीकरणों को जन्म दे दिया है। जहां, भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज नेताओं में बगावत करने वाले में रसाल सिंह, संजीव सिंह कुशवाह, राकेश सिंह, पुष्पराज बागरी, केदार शुक्ला, ममता मीणा, रत्नाकर चतुर्वेदी, हर्षवर्धन सिंह, केके श्रीवास्तव, रंजना बघेल, सुधीर यादव, गगनेंद्र प्रताप सिंह, मुन्ना सिंह, अभय मिश्रा, नारायण त्रिपाठी, आदि नाम शामिल है।
वहीं इसी क्रम में कांग्रेस से बगावत लेने वाले भी पीछे नहीं है जिनमें कुलदीप सिकरवार, गजेंद्र सिंह राजू, यादवेंद्र सिंह, सिद्धार्थ तिवारी, प्रेमचंद गुड्डू, नसीर इस्लाम, आमिर अकील, अजय यादव, जेवियर मेड़ा, राजेंद्र सिंह, जितेंद्र डागा, मलकीत सिंह सिंधु, सीमा जयवीर सिंह, कविता पांडे जैसे बड़े नाम शामिल है।
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है की दोनों राजनीतिक पार्टियों में राजनेताओं ने बागी रुख भाजपा और कांग्रेस का सियासी समीकरण बिगड़ सकते हैं।