MP Assembly Election 2023: BJP इन 4 सांसदों को दे सकती है टिकट, कुछ ऐसे हैं समीकरण
3 केंद्रीय मंत्री और सांसदों को टिकट देने के बाद भाजपा अब 4 और सांसदों को टिकट देने की तैयारी में है, मोदी और शाह किसी अगली लिस्ट में किन सांसदों पर दांव खेलेगी।
बीजेपी उम्मीदवारों की चौथी लिस्ट अक्टूबर के पहले सप्ताह में आने की उम्मीद है। इसमें 4 और सांसदों के नाम घोषित हो सकते हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह यादव का टिकट कट सकता है। उनकी जगह अशोक नगर की मुंगावली सीट से गुना सांसद केपी यादव को मैदान में उतारने की तैयारी है। इसी तरह शहडोल सांसद हिमांद्री सिंह को बांधवगढ़, टीकमगढ़ सांसद वीरेंद्र खटीक को चंदला और खरगोन-बड़वानी सांसद गजेंद्र सिंह पटेल को इसी जिले की किसी सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ाया जा सकता है।
बीजेपी सूत्रों के अनुसार सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाने के पीछे पार्टी की मंशा प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने की तो है ही, इसके साथ ही पार्टी सांसदों को अपने जिले की बाकी विधानसभा सीटों को जिताने की जिम्मेदारी सौंपना चाहती है। बीजेपी सांसदों के जरिए भीतरघात और डैमेज को कंट्रोल करना चाहती है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक बीजेपी को उम्मीद है कि बड़े नाम वाले कैंडिडेट उन सीटों पर जीत हासिल करने में सफल हो सकते हैं, जहां उसकी स्थिति कमजोर है, खबर है कि शिवराज सरकार में राज्यमंत्री और मुंगावली विधायक बृजेंद्र यादव के टिकट इस बार संकट है। पार्टी यहां से गुना सांसद केपी यादव को उतारने की तैयारी में है।
सांसद हिमांद्री सिंह को बांधवगढ़ सीट से उतारा जा सकता है। वर्तमान में इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। यहां से शिवनारायण सिंह ने कांग्रेस के ध्यान सिंह को हराया था, लेकिन जीत का अंतर महज 3903 वोट था। 2019 के लोकसभा चुनाव में हिमाद्री सिंह ने बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी प्रमिला सिंह से 54 हजार 317 वोट ज्यादा हासिल किए थे।
बांधवगढ़ से शिवनारायण के पिता तीन बार विधायक रहे। ऐसा माना जा रहा है कि शिवनारायण की स्थिति कुछ कमजोर है। बीजेपी अब हिमांद्री सिंह को यहां से उतार कर यह संदेश भी देना चाहती है कि पार्टी अब चुनाव में परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देना चाहती है। बीजेपी हिमांद्री सिंह को ब्योहारी से उतारने पर भी विचार कर रही है।
चांदला सीट से सांसद वीरेंद्र खटीक, 2018 के चुनाव में छतरपुर जिले की 6 में से सिर्फ 2 सीट चंदला व मलहरा बीजेपी जीत पाई थी। शेष 4 में से 3 सीट छतरपुर, राजनगर और महाराजपुर में कांग्रेस और एक बिजावर से सपा को जीत मिली थी, बाद में सपा विधायक राजेश शुक्ला बीजेपी में शामिल हो गए थे। खरगोन सांसद गजेंद्र पटेल को जिले की भगवानपुरा सीट से उतारा जा सकता है। 2018 के चुनाव में यहां से केदार डाबर निर्दलीय चुनाव जीते थे। इसके बाद उन्होंने कमलनाथ सरकार को अपना समर्थन दे दिया था। डाबर को अब कांग्रेस यहां से टिकट दे सकती है। कांग्रेस ने 2018 के चुनाव में खरगोन जिले की 6 में से 5 सीटें जीती थीं।अब कांग्रेस के इस गढ़ को भेदने की जिम्मेदारी सांसद गजेंद्र पटेल को दी जा सकती है।