Kamal nath ने जारी किया सरकार के खिलाफ आरोप पत्र, BJP ने कसा तंज
पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ ने भाजपा सरकार के 18 साल के कार्यकाल पर आरोप पत्र जारी किया। उन्होंने प्रदेश में हुए 225 घोटालों को लेकर बुकलेट जारी की। आरोप पत्र जारी करते हुए कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश की पहचान प्रचार, अत्याचार और भ्रष्टाचार से हो गई है। वहीं दूसरी ओर बीजेपी अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करने जा रही है किस रिपोर्ट कार्ड में बीजेपी अपनी सरकार की योजनाओं का बखान पेश करेगी जिसको रिलीज करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश आ रहे हैं.
मध्य प्रदेश में चुनावी रणभेरी का बिगुल फूंकने के साथ ही अब दोनों ही दल बीजेपी और कांग्रेस आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के साथ मैदान में उतर आए हैं. शुक्रवार को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने प्रदेश की सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया. पीसीसी चीफ कमलनाथ में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया के सामने आरोप पत्र जारी किया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश की बीजेपी सरकार के 50 प्रतिशत कमीशन राज ने प्रदेश को घोटालों का प्रदेश बना दिया। घोटालों की जांच कराने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा अब कमलनाथ 2018 के मॉडल नहीं अब 2023 के मॉडल है। कांग्रेस पार्टी शिवराज सिंह चौहान के 18 साल के प्रमुख घोटालों की घोटाला-शीट जारी कर रही है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा प्रदेश की भाजपा सरकार रिपोर्ट कार्ड जारी करने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा- प्रचार की बजाय भ्रष्टाचार और अत्याचार पर यह रिपोर्ट दें। प्रदेश की जनता गवाह है, चाहे कोई कुछ भी कह ले।
20 अगस्त को गृहमंत्री अमित शाह जो कि प्रदेश के विधान सभा चुनाव की बागडोर संभाल रहे हैं। भोपाल और ग्वालियर के दौरे पर हैं। भोपाल में जहां वे सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी करेंगे।
कांग्रेस के जारी आरोप पत्र को लेकर बीजेपी भी हमलावर नजर आई। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कांग्रेस के लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए कमलनाथ सरकार में हुए घोटालों की मीडिया के सामने गिनती करा दी। उन्होंने कहा कि कमलनाथ 2023 के मॉडल नहीं बल्कि सिख दंगों के मॉडल हैं।
मध्य प्रदेश में इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है और यही कारण है कि दोनों की दाल अपनी रणनीति में समय-समय पर बदलाव कर रहे हैं इसी के चलते बीजेपी ने कमजोर सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी और इसी के साथ अब कांग्रेस भी अपने प्रत्याशियों की घोषणा जल्द करने वाली है लेकिन सवाल यह उठता है कि चुनाव से पहले आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति के बीच जनता के हितों के मुद्दे चुनाव से गुम न हो जाएं।