PM Narendra Modi ने जमकर की MP की तारीफ, कही ये बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 49 हजार करोड़ रुपए की बीना रिफाइनरी विस्तार और पेट्रो केमिकल प्रोडक्ट का शिलान्यास किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बुंदेलखंड की धरती वीरों की धरती है, शूरवीरों की धरती है। इस भूमि को केन और बेतवा दोनो का आशीर्वाद मिला है। प्रदेश के विकास को नई गति देने वाली अनेक परियोजनाओं का भूमिपूजन करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि वे शौभाग्यशाली है कि महीने में दूसरी बार बुंदेलखंड आकर जन आशीर्वाद और जन दर्शन करने का अवसर मिला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, किसी भी देश या राज्य के विकास के लिए पूरी पारदर्शिता से शासन अत्यंत आवश्यक है। पिछले समय में मध्यप्रदेश की पहचान एक खस्ताहाल राज्य के रूप में होती थी। पिछली सरकार ने भ्रष्टाचार और अपराध को बढ़ावा दिया। इस कारण कारोबारी और उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में आने में डर लगता था। सड़क, बिजली और पानी की सुविधा का अभाव था। वर्तमान सरकार ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को स्थापित किया। हर गांव तक बिजली और सड़क को पहुंचाया। उद्योग-धंधे के लिए सकारात्मक माहौल बनाया। इस कारण अब देश के बड़े-बड़े निवेशक और उद्योगपति मध्यप्रदेश आना चाहते हैं। अब प्रदेश औद्योगिक विकास की नई ऊंचाइयों को छूने जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, लाल किले से उन्होंने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और सबके प्रयास एवं समन्वय की चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि, उन्हें गर्व है कि गुलामी की मानसिकता को पीछे छोड़ते हुए स्वतंत्रता के साथ देश आगे बढ़ रहा है। जब कोई देश ऐसा करता है तो उसका कायाकल्प होना शुरू हो जाता है। इसका ताजा उदाहरण भारत द्वारा जी20 सम्मेलन का सफल आयोजन है। जी20 के सफल आयोजन से सभी देशवासियों को गर्व हुआ है। इसका श्रेय सभी देशवासियों के सामर्थ्य को जाता है। यह 140 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति का प्रमाण है। विदेश से आए मेहमानों ने कहा कि उन्होंने ऐसा आयोजन कभी नहीं देखा। भारत की विविधता, विरासत और समृद्धि से अभिभूत होकर सभी भारत का गुणगान कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश में इंदौर, भोपाल और खजुराहो में जी20 के सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री चौहान की प्रसंशा की और प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जी20 के सफल आयोजन के माध्यम से मध्यप्रदेश ने अपनी संस्कृति, पर्यटन, कृषि और औद्योगिक सामर्थ्य को विश्व के सामने प्रस्तुत किया है। इससे विश्व भर में मध्यप्रदेश का नाम रोशन हुआ है।