World tribal day पर गीता रामेश्वरम ट्रस्ट की पहल, प्रतिभाशालियों का किया सम्मान
श्री गीता रामेश्वरम् ट्रस्ट द्वारा क्रांति दिवस एवं विश्व आदिवासी गौरव दिवस पर विभिन्न क्षेत्र की प्रतिभाशाली एवं विभूतियों को सम्मान किया गया। सम्मानित कर कृतज्ञता ज्ञापित की गई। आयोजन बिचौली मर्दाना स्थित विद्यासागर स्कूल आडिटोरियम में किया गया।
मुख्य अतिथि बतौरी वरिष्ठ स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी बशन्ती लाल पाण्डे ने कहा कि, हमने आजादी के लिए अपने और अपने परिवार को झोंककर यह आजादी दिलवाई, जिसमें अब की पीढ़ी खुली हवाओं में सांसे ले रही है। आज का युवा अपनी दशा और दिशा से भटक रहा है। उन्हें सैनानियों के द्वारा दी गई कुर्बानियों और आजादी को बरकरार रखने की जरूरत है।
अध्यक्षता अ.भा. कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव सत्यनारायण पटेल ने करते हुए कहा कि 1942 का आंदोलन, 1947 में देश की आजादी का 81वां वर्ष एवं विश्व आदिवासी गौरव दिवस पर हमें अपने परिवारों की कुर्बानियों की हमेशा याद रखना है और उनके बताए हुए पदचिन्हों पर चलकर राष्ट्र के निर्माण में अपनी योगदान के लिए तैयार रहने की जरूरत है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्डा ने कहा कि राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के जन आंदोलन ने आज हमें आजाद कराया, जिससे हम खुली हवाओं में सांसे ले रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री विनय बाकलीवाल, सहकारिता नेता राधेश्याम पटेल, अमन बजाज, शैलेष गर्ग, पार्षद सीमा सोलंकी, सुदामा चौधरी आदि ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सैनानी नरेन्द्र सिंह तोमर, पिवड़ाय के जन्म शताब्दी मनाए जा रहे वर्ष पर उन्हें घर जाकर राष्ट्र ध्वज, शाल-श्रीफल भेंटकर सत्यनारायाण पटेल, मदन परमालिया ने सम्मानित किया। समाजसेमी मदन परमालिया एवं विनोद सत्यनारायण पटेल ने संयुक्त रूप से बताया कि, अतिथियों का स्वागत चेतन चौधरी, राहुल पटेल, गणेश वर्मा आदि ने किया।
इस अवसर पर 251 से अधिक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी, आदिवासी महिलाएं एवं विभिन्न जाति-धर्मों के समाजजनों का शाल-श्रीफल, अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का ओयजक पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल ने सफलतापूर्वक आयोजन के प्रति अपनी ओर से कृतज्ञता ज्ञापित की। कार्यक्रम का संचालन मदन परमालिया ने किया। आभार अंकित दुबे ने माना।