MP News: कमजोर मानसून बना किसानों की चिंता, जानिए कब तक हो सकती है बारिश
मध्यप्रदेश में 5 अगस्त से ही मानसून का ब्रेक जारी है। 11 दिन से सिर्फ बूंदाबांदी ही हो रही है। अगले 3 दिन और मौसम ऐसा ही रहने की उम्मीद जताई जा रही है। मानसून ब्रेक होने से अगस्त में बारिश के आंकड़ों में गिरावट हुई है। प्रदेश का 67% हिस्सा ऐसा है, जहां सूखे जैसी तस्वीर साफ होने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन समेत 35 जिलों में सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। मंदसौर, नीमच जिलों में 15 दिन से हल्की बूंदाबांदी भी नहीं हुई है, जिससे प्रदेश के किसानों की चिंता बढ़ने लगी है।
प्रदेश में सीजन की सामान्य बारिश 949 मिमी यानी 37.36 इंच है। इसमें से करीब 40% बारिश अगस्त महीने में ही हो जाती है। पिछले साल अगस्त की बारिश ने ही सीजन का कोटा पूरा कर दिया था। पहले सप्ताह में ही सभी डैम छलक उठे थे। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। भोपाल में तो इस महीने 30 इंच से ज्यादा बारिश हो गई थी, जबकि इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में आंकड़ा 3 गुना तक पहुंच गया था, लेकिन इस बार तस्वीर अलग है। 15 दिन बीतने के बावजूद भी सामान्य बारिश से प्रदेश काफी पीछे है। अब तक प्रदेश में एवरेज 6.71 इंच पानी गिरना चाहिए था, लेकिन 4.94 इंच पानी ही गिरा है। ऐसे में अगस्त में 26% कम बारिश हुई है, जिससे किसानों की फसलों में नुकसान बढ़ता जा रहा है।
जुलाई के आखिरी सप्ताह में भारतीय मौसम विभाग ने देश में अगस्त-सितंबर के दौरान सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान जताया था। वहीं, मध्यप्रदेश में भी बारिश को लेकर तस्वीर साफ की थी। मौसम विभाग का यह अनुमान सही साबित हो रहा है। अगस्त के पहले सप्ताह में प्रदेश के पूर्वी हिस्से में अच्छी बारिश हुई, लेकिन पश्चिमी हिस्सा सूखा रहा। दूसरे सप्ताह में कहीं भी तेज बारिश का दौर नहीं रहा।मानसून की एक्टिविटी नहीं होने से 5 अगस्त को मानसून ब्रेक हो गया, जो अब तक जारी है। 18 अगस्त के बाद ही सिस्टम की एक्टिविटी होने पर तेज बारिश का दौर शुरू होने का अनुमान है, उम्मीद जताई जा रही है कि इसके बाद किसानों के चेहरे पर एक बार फिर खुशी लौटकर आ सकेगी ।